अगर आप हमें तीन घंटे नहीं दे सकते, तो मत दीजिए राष्ट्रीय पुरस्कार: रेसुल पूकुट्टी
आपको बता दें कि नेशनल अवॉर्ड के विजेताओं को बुधवार को यह सूचना दी गई कि पुरस्कार पाने वाले लोगों में अधिकतर को सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी सम्मानित करेंगी जबकि केवल 11 को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
चेन्नई: नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों 137 में से सिर्फ 11 विजेताओं को सम्मानित किए जाने की खबर पर ऑस्कर विजेता साउंड आर्टिस्ट रेसुल पूकुट्टी ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की.
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पूकुट्टी ने ट्वीट कर कहा, "अगर भारत सरकार हमारे सम्मान में अपना तीन घंटे का समय भी नहीं दे सकती, तो उन्हें हमें राष्ट्रीय पुरस्कार देने की ज़हमत नहीं उठानी चाहिए. हमारे 50 फीसदी से ज्यादा पसीने की कमाई आप मनोरंजन कर के रूप में ले लेते हैं, हमारी जो प्रतिष्ठा है कम से कम उसका तो सम्मान कीजिए."
आपको बता दें कि नेशनल अवॉर्ड के विजेताओं को बुधवार को यह सूचना दी गई कि पुरस्कार पाने वाले लोगों में अधिकतर को सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी सम्मानित करेंगी जबकि केवल 11 को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया जाएगा.
पूकुट्टी ने पिछले महीने पुरस्कार समिति के सर्वश्रेष्ठ ऑडियोग्राफी के पुरस्कार के निर्णय पर सवाल उठाए थे और अपनी नाराजगी जताई थी. यह पुरस्कार 'विलेज रॉकस्टार' के लिए मल्लिका दास (लोकेशन साउंड रिकॉर्डिस्ट) और 'वॉकिंग विद द विंड' के लिए सनल जॉर्ज (साउंड डिजाइनर) व जस्टिन ए जोस (साउंड री-रिकॉर्डिग) को दिया गया था.
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