चेन्नई में श्रीदेवी के लिए रखी गई प्रार्थना सभा, मुंबई से रवाना हुईं जाह्नवी और खुशी
चेन्नई में प्रार्थना सभा इसलिए क्योंकि श्रीदेवी तमिल फिल्मों की वो कलाकार थी, जो हिंदी फिल्मों में आई तो सुपरस्टार बनकर छा गई ।
नई दिल्ली: बॉलीवुड सुपरस्टार श्रीदेवी की मौत मतलब सिल्वर स्क्रीन पर एक ऐसे शून्य का निर्माण जिसकी भरपाई नामुमकिन है। श्रीदेवी की मौत के बाद हिंदी सिनेमा के एक युग का अंत हो गया है । आज उनकी मौत के बाद चांदनी के लिए चेन्नई में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है। इससे पहले जब मुंबई में सेलिब्रेशन स्पोर्ट्स क्लब से विले पार्ले के लिए उनकी शवयात्रा निकली तो समय थम गया था । सफेद मोगरे के फूलों से सजी गाड़ी में उनके अंतिम दर्शन के लिए उमड़े लोगों ने सड़क जाम कर दी। अंतिम संस्कार के बाद पूरा परिवार हरिद्वार पहुंचा था , गंगा में अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए क्योंकि श्रेदेवी की इच्छा थी कि मौत के बाद गंगा में उनकी अस्थियों को बहा दी जाए।
श्रीदेवी की मौत एक काल्पनिक कहानी लगती है क्योंकि आज भी यकीन करना मुश्किल होता है कि वो हमारे बीच नहीं है। लोगों के दिलों में कितना प्यार है, मुंबई की सड़कों पर नजर आाया और आज वैसी ही तस्वीरें चेन्नई में भी नजर आएगी । परिवार वालों की ओर से चेन्नई में पार्थना सभा का आयोजन किया है, जहां श्रीदेवी का जन्म हुआ , जहां श्रीदेवी बड़ी हुई, जहां श्रीदेवी के सपनों को आसमान मिला
चेन्नई में प्रार्थना सभा इसलिए क्योंकि श्रीदेवी तमिल फिल्मों की वो कलाकार थी, जो हिंदी फिल्मों में आई तो सुपरस्टार बनकर छा गई । बचपन चेन्नई में बीता..अभिनय की शुरुआत चेन्नई से की । उन्हें करीब से समझती थी चेन्नई और तमिल फिल्म इंडस्ट्री..इसीलिए चेन्नई में समंदर किनारे एक बार फिर से हजारों की भीड़ उमड़ेगी । श्रीदेवी ने अपने पीछे जो छोड़ा है , उसकी गगरी सदियों तक छलकती रहेगी
उम्मीद है चेन्नई में भी दक्षिण के सितारों की प्रार्थना सभा में कतारें लगेगी । शाम छह बजे चेन्नई के होटल में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया है..रजनीकांत और कमल हसन जैसे तमिल फिल्मों के सुपरस्टार्स ने श्रीदेवी के साथ दर्जनों फिल्मों में काम किया..उम्मीद है ये दोनों सितारे भी अपनी उस सहयोगी सितारे को श्रद्धांजलि देने आएंगे जो दुनिया छोड़कर सितारों के पास चली गई है..
श्रीदेवी का चला जाना । सिनेमा के एक युग का अंत है । किसी को इल्म भी न था कि उनकी सांसें शरीर से ऐसे ख़फा हो जाएंगी । वो देश के लिए भले ही एक सुपरस्टार थी लेकिन उनके चाहने वालों के लिए वो एक मिसाल थी । एक ऐसी मिसाल जो जब तक जीती रही, तब तक अपनी तस्वीरों से, अपनी फिल्मों से , अपनी बातों से जिंदगी के मायने समझाती रही।
श्रीदेवी की प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए उनकी दोनों बेटियां जाह्नवी और खुशी भी मुंबई से निकल चुकी हैं।
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